स्कूलों में Prahari Club Panjiyan Kaise Kare इसकी पूरी प्रक्रिया से अवगत कराया गया है जो राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग (NCPCR) और Narcotics Control Bureau (NCB) की संयुक्त कार्यवाही है । बच्चों को नशे और मादक पदार्थ उपयोग के कहर से बचाने के लिए 2021 में एक संयुक्त कार्रवाई योजना प्रारम्भ की गई है जिसका पूरा नाम है “बच्चों में द्रव्यों और पदार्थ उपयोग से नशे की रोकथाम और अवैध तस्करी” ।
Prahari Club Panjiyan Kaise Kare
भारत के माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के निर्देशों के अनुरूप देश के प्रत्येक विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों को नशे से दूर रखने के लिए राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के माध्यम से एक Mentor Teacher के साथ कुछ छात्रों को लेकर एक प्रहरी क्लब का गठन किया जाना है । इस लेख में स्कूलों में Prahari Club Panjiyan Kaise Kare इसकी पूरी प्रक्रिया से अवगत कराया गया है । राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग (NCPCR), भारत के माननीय प्रधानमंत्री के निर्देशों का पालन करते हुए बच्चों को नशे और मादक पदार्थ उपयोग के कहर से बचाने के लिए 2021 में एक संयुक्त कार्रवाई योजना “बच्चों में द्रव्यों और पदार्थ उपयोग से नशे की रोकथाम और अवैध तस्करी” (“Prevention of Drugs and Substance Abuse Among Children and Illicit Trafficking” with Narcotics Control Bureau (NCB) in 2021) का विकास और विमोचन किया गया ।
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राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग NCPCR क्या है ?
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग National Commission for Protection of Child Rights (NCPCR) बाल अधिकारों की सार्वभौमिकता और गैर-उल्लंघनीयता के सिद्धांत पर बल प्रदान करता है तथा देश की समस्त बाल-संबंधी नीतियों में तात्कालिकता के समावेश को मान्यता प्रदान करता है। आयोग के लिए 0 से 18 वर्ष के आयु वर्ग में सभी बालकों के संरक्षण का समान रूप से अत्यधिक महत्व है। अतः नीतियाँ सर्वाधिक सुमेद्य बालकों के लिए कार्यवाही किए जाने के लिए प्राथमिकता को पारिभाषित करती है। इसमें ऐसे क्षेत्रें पर बल प्रदान किया जाना भी शामिल है जो पिछड़े है तथा विशेष परिस्थितियों के अंतर्गत समुदायों अथवा बालकों, आदि पर भी समान रूप से ध्यान दिया जाता है। एन-सी-पी-सी-आर- यह मानता है कि केवल कुछ बच्चों की समस्याओं पर ध्यान देते हुए, ऐसे अनेक सुमेद्य बालकों पर संभवत ध्यान नहीं दिया जा पाता है जो परिभाषित अथवा लंक्षित श्रेणियों के अंतर्गत नहीं आते है। नीतियों के व्यावहारिक रूप में क्रियान्वित करते समय, सभी बालकों तक पहुंचने के कार्य से समझौता कर लिया जाता है तथा बाल अधिकारों के उल्लंघन को सामाजिक दृष्टि से सहन करने की प्रक्रिया चलती रहती है। इस बात का वस्तुतः लक्षित जनसंख्या के लिए तैयार किए गए कार्यक्रम पर भी प्रभाव पड़ता है। अतः इस बात पर विचार किया गया है कि बालकों के अधिकारों के संरक्षण के पक्ष में वृहद परिवेश का निर्माण करने की प्रक्रिया में केवल वे बालक ही दृश्यमान हो पाते है तथा अपने हक की प्राप्ति करने के लिए आत्मविश्वास जुटा पाते हैं, जिन्हें लक्षित किया गया है।
राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग को विस्तार से जानने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें : NCPCR
इसी प्रकार, आयोग के लिए बालक द्वारा हासिल किए जाने वाले प्रत्येक अधिकार को पारस्परिक दृष्टि से पुनः प्रर्वतनकारी और अंतआश्रित माना जाता है। अतः अधिकारों के कोटिकरण का मुद्दा पैदा ही नहीं होता है। अपने जीवन के 18वें वर्ष पर अपने समस्त अधिकारों का लाभ उठाने वाली बालिका अपने जन्म के समय से उसे प्राप्त होने वाली समस्त हकदारियों तक पंहुच पर निर्भर रहती है। अतः नीतिगत हस्तक्षेप सभी अवस्थाओं पर महत्व ग्रहण कर लेते है। आयोग के लिए, बालकों के सभी अधिकार समान रूप से महत्त्वपूर्ण है।
Prahari Club का उद्देश्य
राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग (NCPCR) और Narcotics Control Bureau (NCB) की यह संयुक्त कार्रवाई योजना – “एक युद्ध नशे के विरुद्ध” – विभिन्न प्राधिकरणों, संस्थाओं, एजेंसियों द्वारा किए गए प्रयासों को संरेखित और रणनीतियों को संगठित करने के लिए बनाई गई है ताकि देश में बच्चों के बीच मादक द्रव्यों और पदार्थ उपयोग की रोकथाम में स्थापित किया जा सके। इसके अलावा, यह ड्रग्स , तत्वों और अन्य प्रकार के मादक पदार्थों के पहुंच को रोकने के लिए कुछ रणनीतिक इंटरवेंशन को अपनाती है जो बच्चों द्वारा मद्यसेवन की रोकथाम में सहायक हो सकती है।
“प्रहरी क्लब्स” का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि स्कूल/शैक्षणिक संस्थानों के आसपास द्रव्यों और पदार्थों की बिक्री निषिद्ध है और छात्रों को स्कूल/शैक्षणिक संस्थानों में द्रव्यों और पदार्थ उपयोग की किसी भी गतिविधि के प्रति अधिक सतर्क बनाने के लिए उत्तेजित करना है। “प्रहरी क्लब्स” स्कूलों में मौजूद होने वाले क्लब्स हैं जैसे – पर्यावरण क्लब्स, सांस्कृतिक क्लब्स, रेड रिबन क्लब्स और अन्य। “प्रहरी क्लब्स” छात्रों के लिए एक मंच प्रदान करते हैं ताकि वे मिलकर आते हैं, चर्चा करते हैं, और अपने विकास के लिए और समाज के विकास के लिए गतिविधियों की योजना बना सकें और नशे और पदार्थ उपयोग के खतरे को कम कर सकें।
“प्रहरी क्लब्स” की कार्यक्षेत्र को स्कूल/शैक्षणिक संस्थानों में संरेखित करने के लिए, एनसीपीसीआर ने “प्रहरी पोर्टल” विकसित किया है ताकि “प्रहरी क्लब्स” के गठन और कार्यक्षेत्र की जानकारी को बनाए रख सकें। “प्रहरी क्लब्स” के गतिविधियों की तिमाही आधार पर योजना भी पोर्टल के माध्यम से की जाएगी।
Prahari Club Panjiyan Kaise Kare : प्रहरी क्लब पंजीयन
- किसी भी ब्राउजर पर जाकर इस लिंक prahariclub को क्लिक करें जो राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग की साइट है ।
- चूंकि प्रहरी क्लब का गठन प्रत्येक स्कूल में किया जाना है अतः पंजीयन प्रत्येक जिले के जिला शिक्षा अधिकारी और स्कूल के एक मेन्टर शिक्षक के माध्यम से किया जाना है । इस हेतु सबसे पहले अकाउंट बनाना होगा ।
- जिला शिक्षा अधिकारी के पंजीयन हेतु लिंक : Link for DEO
- प्रहरी क्लब मेन्टर शिक्षक हेतु लिंक : Link for Mentor Teacher
- पंजीयन होने के बाद आपके प्रहरी क्लब में प्रत्येक कक्षा से कम से कम एक छात्र अवश्य रखें ताकि विभिन्न अभियानों को आसानी से चलाया जा सके ।
- यह क्लब Narcotics Bureau के सहयोग से कार्य करेगा अतः नजदीकी पुलिस की भी इसमे मदद ली जा सकती है ।
Preventing Bullying and Cyberbullying | Guidelines for Schools
Heritage Clubs to be Established in Schools of Madhya Pradesh
FAQs
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प्रहरी क्लब क्या है और इसका मुख्य उद्देश्य क्या है?
प्रहरी क्लब एक ऐसा अभियान है जो बच्चों को नशे से दूर रखने और नशे के प्रभावों को कम करने के लिए स्कूलों में स्थापित किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य है कि स्कूल के आसपास के क्षेत्र में मादक द्रव्यों और पदार्थों की बिक्री को रोका जाए और छात्रों को नशे के खिलाफ जागरूक किया जाए।
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प्रहरी क्लब का गठन कैसे किया जाता है?
प्रहरी क्लब का गठन स्कूल में एक मेंटर शिक्षक के साथ कुछ छात्रों को लेकर किया जाता है। यहां, छात्रों को नशे के प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाई जाती है और उन्हें नशे के खिलाफ अपने समुदाय में जागरूक करने के लिए कई गतिविधियों का आयोजन किया जाता है।
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Prahari Club Panjiyan Kaise Kare?
Prahari Club Panjiyan करने के लिए, आपको राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग (NCPCR) के द्वारा विकसित “प्रहरी पोर्टल” पर जाना होगा। यहां, आपको प्रहरी क्लब की पंजीकरण प्रक्रिया के लिए आवश्यक जानकारी भरनी होगी और उसके बाद आपका प्रहरी क्लब पंजीकृत हो जाएगा।
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